जीवन के उस दहलीज़ पर, हम खड़े हुए है आज जहां.! बदलाव नही स्वीकार हमें, हम टूट के एक कगार पे है.! यह मन का #अंतर्द्वंद है, या दो पीढ़ियों का संघर्ष.! स्वीकार नही है दोनों को, एक राह पे दोनों साथ चलें.! बदलाब का यह दहलीज़ है, इस पार रहें उस पार रहें.! #अजय57