वो ना आ सके उनकी याद आकर वफ़ा कर गयी, उनको देखने की चाहत मेरी नींद को तबाह कर गयी, आहट हुई तो लगा दुआ मेरी असर कर गयी, जब दरवाज़ा खोल कर देखा तब समझे मुझसे हवा मज़ाक कर गयी। _© neha Bundela