आत्मा मेरी, मेरे स्वरूप में निखर के आती है संगिनी है मेरी, मेरी सबसे प्रिय साथी है आत्मा मेरी निश्चल है, अवरिल नदी सी रोम-रोम में बहती है जन्म-जन्मांतर से मेरे सर्वस्व को प्रज्वलित करती है #आत्माऔरमै #soulandme #eternalrelationship #nojotohindi #nojoto