Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुमको ढूंढती है मेरी नज़र इस कदर, जैसे कस्तूरी के

तुमको ढूंढती है मेरी नज़र इस कदर,
जैसे कस्तूरी के लिए बैचेन हो कोई मृग,
रोक क्यों नहीं देते हो तुम हमारी ये डगर, 
अन्यथा खो जाएंगे हम कहीं राह-ऐ-सफ़र,
कलम और शब्द Radha Pareek Amit Saini
तुमको ढूंढती है मेरी नज़र इस कदर,
जैसे कस्तूरी के लिए बैचेन हो कोई मृग,
रोक क्यों नहीं देते हो तुम हमारी ये डगर, 
अन्यथा खो जाएंगे हम कहीं राह-ऐ-सफ़र,
कलम और शब्द Radha Pareek Amit Saini