सूरज डूबे तो किरण डूबती सूरज उगे तो किरण पड़ती चांद उगे तो शीतलता जागे चांद डूबे तो शीतलता भागे आंखों के आंसुओं से जो लिखा मैंने अल्फाज कलम तुम्हारी स्याई भागे अपना तो एक मंजार होता है जिसे पाने का कोई ख्वाब नहीं प्रीतम की याद हमारी आती होगी कभी तो अपना स्नेह जगाती देना कंगन और झुमके लाली प्यार लुटाती हूं जो प्यार नर्मियों से सुबह जगी प्रभात निकल गई हाथों से और मैं सुध बुध खो गई देखा जो मैंने अपने प्रिय को सुध बुध खो कर गोद में गिर पड़ी पति ने प्यार लुटाया मेरा भी मन भर माया मैं भी खुद को रोक ना पाए क्योंकि यह सुध बुध खो गई पैरों से हाथ लगाएं हाथों से पेड़ लगाएं प्रियतम में कहां तक आपको हाथ लगाऊं यह तो सिंगार है मेरा तुम बिना कुछ नहीं होता क्योंकि तुम्हारे सिंगार से मेरा सिंगार है जब तक मैं तुमको ना देखूं मेरा सिंगार अधूरा है चलो आ जाओ अल्फाज लिखे तुम्हारे पर प्यार बिना मेरा यौवन अधूरा है मेरी कहानी तुम से शुरू होती है तुम ही से खत्म होती है मैं मांग भरो तुम्हारे तुम्हारे लिए क्योंकि सिंदूर की शोभा मेरा पति है पवन हवाएं चलती रहे मेरा पति का साथ जीवन भर चलता रहे उमंग मेरे दिल की प्रियतम से बढ़ती रहे मेरा सिंगार तुम ही से है मैं तुम्हारे बिना सिंगार अधूरा है यह बिंदी लगा हूं मैं तुम्हारे नाम की लिपस्टिक सिंगार करूं तुम्हारे लिए मेरा यौवनअधूरा है मेरे पति के बिना 🌼🍁💧💧💧🍁🌼💋💋🌹🌹🌹 @kavisonu कविता सिंगार की #❤️जीवन की सीख #💞दिल की धड़कन #👌 अच्छी सोच👍 #हिंदी कविताएं #कविताएं कविता,,,💔✍️ ©KAVI.SONU KADERA #WorldEmojiDay2021