crush ने दिल को धडकाया दिल ने उसे चाहना चाहा ओ मिले मुलाकातें हुई बातें हुई। फिर दोस्ती बढ गई बीच में दुरीयों ने जगह बनाई ऐसा लगा की में जिंदा होकर भी बेजान थी अधुरी थी अकेले थी मैं गुम हो जाती थी भीड में,,,,,,,, crush से चाहत बने हो चाहत से आदत बने हो अब आदत से जिंदगी के हंसीन लम्हें। अब तलब से ज्यादा नशा बन गए हो उतरेगा नहीं दिल से। ©SUREKHA THORAT #friends A.G.Birajdar