सप्तमम् कालरात्रिति !! क्यों भरे बाज़ार में नारी ही नीलाम हो, महफ़िल ही वो क्यों जिसमें ये सरेआम हो ? परीक्षा सतित्त्व की दे कदम-दर-कदम, फ़िर ये ही क्यों वहश़त का शिकार हो ? सभ्य समाज के असभ्य धूरी पर भी, नारी की ही गति क्यों देखी जाती हो ? स्वतन्त्र अस्मिता के साथ जो हैं आयी, उन पर क्यों किसी का अधिकार हो ? नवरात्रि : हकीकत #Nojoto #NojotoHindi #Truth #Navratri