#DearZindagi क़सूर तो था इन निग़ाहों का , जो चुपके से इज़हार कर बैठा, हमने तो ख़ामोश रहने को ठानी थी, पर बेवफ़ा-ए-जुब़ा इक़रार कर बैठा,।। #जुब़ानी