यू तो मकान मेरा भी है तेरे ही शहर मे ग़ालिब जहाँ तेरा घर तो घर उर्दू भी लापता है कौन कहता है की तू आगरा से था आवाम को तो बस दिल्ली का ही पता है SunnychauhaN #agra mera shaher meri pehchaan