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बहुत रोये थे ग़म की शाम तब जाकर समझ आया कि इकलौता

बहुत रोये थे ग़म की शाम तब जाकर समझ आया
कि  इकलौता  नहीं है इस जहाँ में बस हमारा ग़म

Abhiनव #nojoto #nojotohindi #hindipoetry
बहुत रोये थे ग़म की शाम तब जाकर समझ आया
कि  इकलौता  नहीं है इस जहाँ में बस हमारा ग़म

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