ज़रूरी है प्रार्थना दिल से हे जग पालन कर्ता हरि संकट में है ये दुनियां तेरी सुनो विनती मेरी। हे प्रभु आ जाओ कब तक तरसाओगे तड़पता हमें कैसे देख पाओगे। हैं हम सब तो हे माधव संतान तेरी हैं शरण तेरी ना अब करो देरी। ©Mineshchauhan #मेरी कविता #PoetInYou