मै एक मज़दूर हूँ। जिस दिन कुछ लिख न लूँ, उस दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं। ✍ मुंशी प्रेमचंद नमन है आपको, आपके जन्मदिन पर #nojotopoetry #nojoto