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सम्मान हमेशा पुनर्जन्म पुर्रजन्म सुनते ही हम सो

सम्मान हमेशा   पुनर्जन्म

पुर्रजन्म सुनते ही हम सोचते है या हम लगता है कोई मर गया
 और वो दुबारा पैदा हुआ है मगर जिस पूर्ण जन्म की 
बात मैं कर रहा वो 1 ही जिंदगी में दुबारा जिंदगी मिलना पुनर्जन्म है

हार जाते है लोग छोटी सी बात पर
लगा लेते है गले मौत को 
कमजोर खुद को समझ कर
हार नहीं मानी किसी ने जिंदगी से तंग आकर
ये कहानी नहीं हकीकत है सुनना थोड़ा ध्यान लगा कर

कहानी एक आदमी की जो पाना हर मंजिल चाहता है, और हकीकत में भी ख्वाब संजोता है , छोटी छोटी गलतियों को भूलना चाहता है और अपनो के साथ जीवन बिताना चाहता है मगर हर कहानी का एक मोड़ ऐसा होता है जहां हकीकत और ख्वाब को अलग होना पड़ता है जिंदगी से सामना करना पड़ता है उसके साथ भी ऐसा ही हुआ, ठीक था सब 10th class तक,फिर वक्त ने एक करवट बदली, तब जिंदगी बेरंग सी होती गई, गलती वक्त की थी या थी गलती खुद की आज भी ये पूछ रहा है वो खुद से, रिश्ते नाते न जाने कहा खो गई, भीड़ में भी हम तन्हा हो गए , अकेले पन ने बुरी आदतों को जिंदगी में थोड़ी जगह दे दी ,वक्त के साथ बुरी आदतों से नजदीकी और अपनो से दूरी बढ़ती गए, वक्त और हालत ने गुस्से का शिकार बना दिया, कुछ समझ सके उसका ज्ञान भी मुझे भुला दिया, मस्त था वो अपनी जिंदगी में,अंजान था वो आने वाले अंजाम से, अकेले पन से घिरा अब मैं कुछ इस कदर, अपनी परछाई देख कर भी लगता था मुझे दर,
मंजिल क्या थी मेरी ओर क्या मंजिल मैने पाई है
अपनो से दूर होकर ये कैसी दुनिया मैने सजाई है
अपनो के पास जाना अब आसान ना था
और उनसे दूर रहकर जीना मुस्किल था
रास्ता दिखाया किसी ने वो बहुत आसान था
लगा कर गले मौत को गले इन सब से छुटकारा आसान था
सच कहता हूं दोस्तो उस वक्त इससे अच्छा रास्ता कही नही था
बात में उसकी दम था, उसकी बात को बस अब अमल करना था
हाथ में थी मौत की गोली चार , हम थे मौत को गले लगाने पूरे तैयार
शुक्रिया तेरा दुनिया जो तूने दिया, अब छोड़ चले साथ तेरा
हार गया मैं आज अपने आप से, इस लिए mout ko मैने लिए अपना
,कुछ पल बाद ही
Wक्त ने फिर एक करवट ली , जिंदगी से फिर मोहब्बत हो गई
मौत तो बस छू कर चली गई ,जब मां की मुस्कान नजर आई

भूल थी मेरी की जिंदगी खत्म करने से हर गम दूर हो जाते है
आपके कर्मों के परिणाम आपके परिवार वालो को चुकाने पड़ते है
यही सोच कर फेकी मौत की गोली दूर
अब कस रही है रिश्तों से बंधी हर एक डोर

ये नया जन्म मुझे मुबारक रहे
ये पुनर्जन्म मुझे मुबारक रहे

©Pankaj Agrawal #TrueStory 

#PoetInYou
सम्मान हमेशा   पुनर्जन्म

पुर्रजन्म सुनते ही हम सोचते है या हम लगता है कोई मर गया
 और वो दुबारा पैदा हुआ है मगर जिस पूर्ण जन्म की 
बात मैं कर रहा वो 1 ही जिंदगी में दुबारा जिंदगी मिलना पुनर्जन्म है

हार जाते है लोग छोटी सी बात पर
लगा लेते है गले मौत को 
कमजोर खुद को समझ कर
हार नहीं मानी किसी ने जिंदगी से तंग आकर
ये कहानी नहीं हकीकत है सुनना थोड़ा ध्यान लगा कर

कहानी एक आदमी की जो पाना हर मंजिल चाहता है, और हकीकत में भी ख्वाब संजोता है , छोटी छोटी गलतियों को भूलना चाहता है और अपनो के साथ जीवन बिताना चाहता है मगर हर कहानी का एक मोड़ ऐसा होता है जहां हकीकत और ख्वाब को अलग होना पड़ता है जिंदगी से सामना करना पड़ता है उसके साथ भी ऐसा ही हुआ, ठीक था सब 10th class तक,फिर वक्त ने एक करवट बदली, तब जिंदगी बेरंग सी होती गई, गलती वक्त की थी या थी गलती खुद की आज भी ये पूछ रहा है वो खुद से, रिश्ते नाते न जाने कहा खो गई, भीड़ में भी हम तन्हा हो गए , अकेले पन ने बुरी आदतों को जिंदगी में थोड़ी जगह दे दी ,वक्त के साथ बुरी आदतों से नजदीकी और अपनो से दूरी बढ़ती गए, वक्त और हालत ने गुस्से का शिकार बना दिया, कुछ समझ सके उसका ज्ञान भी मुझे भुला दिया, मस्त था वो अपनी जिंदगी में,अंजान था वो आने वाले अंजाम से, अकेले पन से घिरा अब मैं कुछ इस कदर, अपनी परछाई देख कर भी लगता था मुझे दर,
मंजिल क्या थी मेरी ओर क्या मंजिल मैने पाई है
अपनो से दूर होकर ये कैसी दुनिया मैने सजाई है
अपनो के पास जाना अब आसान ना था
और उनसे दूर रहकर जीना मुस्किल था
रास्ता दिखाया किसी ने वो बहुत आसान था
लगा कर गले मौत को गले इन सब से छुटकारा आसान था
सच कहता हूं दोस्तो उस वक्त इससे अच्छा रास्ता कही नही था
बात में उसकी दम था, उसकी बात को बस अब अमल करना था
हाथ में थी मौत की गोली चार , हम थे मौत को गले लगाने पूरे तैयार
शुक्रिया तेरा दुनिया जो तूने दिया, अब छोड़ चले साथ तेरा
हार गया मैं आज अपने आप से, इस लिए mout ko मैने लिए अपना
,कुछ पल बाद ही
Wक्त ने फिर एक करवट ली , जिंदगी से फिर मोहब्बत हो गई
मौत तो बस छू कर चली गई ,जब मां की मुस्कान नजर आई

भूल थी मेरी की जिंदगी खत्म करने से हर गम दूर हो जाते है
आपके कर्मों के परिणाम आपके परिवार वालो को चुकाने पड़ते है
यही सोच कर फेकी मौत की गोली दूर
अब कस रही है रिश्तों से बंधी हर एक डोर

ये नया जन्म मुझे मुबारक रहे
ये पुनर्जन्म मुझे मुबारक रहे

©Pankaj Agrawal #TrueStory 

#PoetInYou