अपनों का प्यार बहुत खूब पा लिया चल इस जमानें से मुलाकात की जायें। बीते हुए लम्हों को भूलकर नये लम्हों को खोजा जाए क्यों ना हम भी इस दौर की रीत मैं ढल जायें। बर्बादी के रास्तों पर चलतें चलतें थक गए हैं क्यों ना अब थोड़ा मशुहर होया जायें। प्यार को पाने की नाकाम कोशिसो के बाद भी क्यों ना इस से एक बार फिर दंगल किया जायें। #hindi#nojoto#poetry#quote#top#hindi#pyaar#TST#story#