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" सावन मे तुझे प्रेयसी कुछ याद दिलाने आया हूँ " Re

" सावन मे तुझे प्रेयसी कुछ याद दिलाने आया हूँ "
Read in Caption.. तेरी बाहों में आज फिर से सिमटने आया हूँ,
जो याद नही तुझे,मगर मुझे याद है वो सब कुछ,
तुम बारिश की बूंदों से भीगती थी मेरे संग,
उसी बूंदों से भीगोने आया हूँ।
जो याद नही है तुझे सावन में प्रेयसी
वो याद दिलाने आया हूँ।

आँगन में तेरे बारिश के तेज धार में
" सावन मे तुझे प्रेयसी कुछ याद दिलाने आया हूँ "
Read in Caption.. तेरी बाहों में आज फिर से सिमटने आया हूँ,
जो याद नही तुझे,मगर मुझे याद है वो सब कुछ,
तुम बारिश की बूंदों से भीगती थी मेरे संग,
उसी बूंदों से भीगोने आया हूँ।
जो याद नही है तुझे सावन में प्रेयसी
वो याद दिलाने आया हूँ।

आँगन में तेरे बारिश के तेज धार में
jitenrawat8176

Jiten rawat

New Creator

तेरी बाहों में आज फिर से सिमटने आया हूँ, जो याद नही तुझे,मगर मुझे याद है वो सब कुछ, तुम बारिश की बूंदों से भीगती थी मेरे संग, उसी बूंदों से भीगोने आया हूँ। जो याद नही है तुझे सावन में प्रेयसी वो याद दिलाने आया हूँ। आँगन में तेरे बारिश के तेज धार में #Poetry #पानी #NojotoWriter #nojotopoem #हरियाली #अठखेलियां #JitenRawat #बारिश_की_बूंदें #खेत_खलिहान #हरी_चूड़ी #कागज़_की_कश्ती #बारिश_टिप_टिप