होली है पर रंग नहीं है, पहले सी हुड़दंग नहीं है, कोरोना का असर है ऐसा, कोई किसी के संग नहीं है.! बदला बदला मंज़र सारा, पिचकारी की जंग नहीं है, बच्चे भी खामोश हैं घर में, होली के वो ढ़ंग नहीं हैं..! जीवन में परहेज बहुत है, ठंडई है पर भंग नहीं है, सिमट गई है फ्लैट में दुनिया, थोड़ा भी आनंद नहीं है..! सूनी गलियां पूछ रही हैं, आज तो हम भी तंग नहीं हैं, बोल जोगीरा सा रा रा रा, फागुन भी अब दंग नहीं है! सिद्धार्थ मिश्र #RangBarse #Holi2021 #होली #corona #कोरोना #Hindi #Nojoto #रंग #WritersSpecial #स्वतंत्र