प्रिय , सूरज की पहली किरण के साथ तेरी यादों की रोशनी तेरे वापस आने की राह दिखा देती है, डूबती किरणों में अपना अस्तित्व बनाती रात कभी जगमगाती हुई कभी अँधेरी वो भी बताती है कि ये जो न तन्हाइयां है वो सिर्फ मोहमाया है वक्त 15 दिन में मुझे बदल देता फिर तुझे कैसे नहीं बदलेगा। इसलिए यादों को काल कोठरी में फेंककर मस्त रहो व्यस्त रहो खुश रहो। #letter #love