#Pehlealfaaz चाहत में भीगती रहीं मेरी आंख, मैने पहली दफा नजरें जब उठाई, मुझे दिखे आप! एक खास शख्सियत खड़ी थी पास मेरे, पर ना था रौब किसी बात का, सामने से पूछा था, पहली मुलाकात में जब आपने हमारा हाथ, हमने सोचा था सात फेरों की कर रहें आप बात! उस तलक़ की बात मुझे आज भी कचोटती है! हां क्यों कहा तुम्हारी दोस्ती को? ये हां अब हर दफा मेरी भींगी पलकें सोचती हैं #Pehlealfaaz #Haan