रात चुप है मगर चांद खामोश नहीं, कैसे कहूँ आज फिर होश नहीं , इस तरह डुबा हूँ तेरी मोहब्बत की गहराई मे, हाथ मे शराब है मगर पीने का मन नही !! critic-mayank-7911 critic-mayank-7911💪