#Airforceday, ज़मीं से आसमाँ तलक कल ना हो युद्ध ऐसा तू डट करके तिलक वो तिरस्कार हें गया हार हें जन जन का जहां जनसँहार हें ले सूर्यकवच , अग्नि दधक वायु गरज तू काल हें , अविनाश हें , मृत्यु चाल हें ना ग्रास हो यू काल में क्यू करता युद्ध बरसेगा वज्रर युद्धाकाश से तू होगा नष्ट फिर भी यही हें कामना तू जी सके बिन अस्त्र शस्त्र हो उदय जीवन नया असुर बुद्धि का तेरा हो अस्त #peace #poetry #nojotohaldwani #nojotohindi #nojoto #shayari #jnv #jnvian