वो छोटी सी लड़की जाने क्यों घबरा रही है। जाने क्या कहने से शरमा रही है।।
कब से खड़ी है वो दवाओं के दुकान के आगे, हिचकिचाहट से उसके क़दम पिछे भागे,
तभी एक आदमी दिखा मुझे आते,
padman और मेरे लिये world changerवो कहलाते।
उसने मुस्कुराते हुये बच्ची का हाथ थाम बढ़ाया ।
है नही कोई इसमें शर्म ,ये बतलाया।।
ये हक़ है तुम्हारा, प्रकृति की तुम देन हो।
दुनिया है सारी तुमसे,तुम अमूल्य आदि- वेग हो।। #Poetry