गर हूं करीब इतना ही खुद के तो क्यों पानी में अक्स दिखाई नहीं देता अंधेरे में रहकर भी रोशनी लुटाने वाला क्यूं वो चांद जैसा शक्स अब कहीं दिखाई नहीं देता -Internet Jockey गर हूं करीब इतना ही खुद के तो क्यों पानी में अक्स नहीं दिखता अंधेरे में रहकर रोशनी लुटाने वाला क्यूं अब वो चांद जैसा शक्स नहीं दिखता