मैं आज भी ये सोचता ,फिर खुद को इतना कोसता कि भाग्य रूठा मुझसे है या साहस बहुत कंमजोर है, मैं पथिक ही कमजोर हूँ या पथ मेरा कोई और है रूठी है मेरी ख्वाहिशें ,आशाएं ओझल हो गयी ,चला था मैं मंजिल लिए पर जाने कहाँ वो खो गई रहता है इस बात का दिल में मेरे अब शोर है, मैं पथिक ही कमजोर हूँ या पथ मेरा कोई और है #gif मैं पथिक ही कमजोर हूँ या पथ मेरा कोई और है #nojotovideo #nojotoshayri #nojotonews #nojotohindi #nojotoenglish #motivation #sad #love #ishq #mohabbat #pyar नयनसी परमार अशोक द्विवेदी "दिव्य"