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जिस गली, जिस मौहल्ले और जिस भी चौराहे से, मेरा जन

जिस गली, जिस मौहल्ले और जिस भी चौराहे से, 
मेरा जनाजा निकला होगा 
वो मंजर  बड़ा ही गमहीन होगा 
और लोगो का हुजूम मेरी एक झलक देखने को निकला होगा 
कभी खिड़की पर तो कभी घर कि छतो पर खड़े होगे वो लोग  
और मै चारों तरफ  से जवानो से घिरा हुआ होगा, 
तभी मेरे कफ़न से तिरंगे को उतार कर  बडी  शान से मेरे घरवालो को दिया जा रहा होगा  
और  उस घड़ी को सब अपने कैमरो में कैद कर रहे होंगे 
 तब जाकर उनसे  मेरा नाम पुछ्ना, 
जिन्होंने कहा था तेरा नाम कौन सुनेगा 
आज हर देशवासी की जुबान पर मेरा नाम गुंज रहा है 
और मेरे पिछे एक काफ़िला गुजर रहा है 
प्रियंका झा #RepublicDay #indian army
जिस गली, जिस मौहल्ले और जिस भी चौराहे से, 
मेरा जनाजा निकला होगा 
वो मंजर  बड़ा ही गमहीन होगा 
और लोगो का हुजूम मेरी एक झलक देखने को निकला होगा 
कभी खिड़की पर तो कभी घर कि छतो पर खड़े होगे वो लोग  
और मै चारों तरफ  से जवानो से घिरा हुआ होगा, 
तभी मेरे कफ़न से तिरंगे को उतार कर  बडी  शान से मेरे घरवालो को दिया जा रहा होगा  
और  उस घड़ी को सब अपने कैमरो में कैद कर रहे होंगे 
 तब जाकर उनसे  मेरा नाम पुछ्ना, 
जिन्होंने कहा था तेरा नाम कौन सुनेगा 
आज हर देशवासी की जुबान पर मेरा नाम गुंज रहा है 
और मेरे पिछे एक काफ़िला गुजर रहा है 
प्रियंका झा #RepublicDay #indian army