किसी ने आँखों में सजा रखा है,
किसी ने दिल में बसा रखा है,
उतना खूबसूरत भी नहीं है मोहब्बत...
जितना हम शायरों ने बता रखा है।
मोहब्बत करोगे तो जान जाओगे,
मिलेगी तन्हाई तो पहचान जाओगे,
मगर हाँ; बिना मोहब्बत के
जमाने में और क्या रखा है...
किसी ने.................................
मोहब्बत के शहर में आबाद कई हुए,
मोहब्बत की गलियों में बर्बाद कई हुए,
फिर भी मोहब्बत को सर पे बिठा रखा है...
किसी ने.................................
किसी को किसी की जरुरत के लिए,
किसी को किसी की हिफाजत के लिए,
मोहब्बत को खुदा ने बना रखा है...
किसी ने.................................
.....गोविन्द पन्द्राम
#मोहब्बत