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जब तुम्हारा college का पहला दिन था, और तुमने घबरा

जब तुम्हारा college का पहला दिन था, 
और तुमने घबरा कर हकलाते हुए मुझे ' Good Morning Senior' बुलाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार', 
जब अपने दोस्तों के खिलाफ जा के, मैंने तुम्हे Ragging से बचाया था,
 तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब मुझे लड़ता देख, तुमने नज़रों से गुस्सा जताया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब शर्माती निगाओं से मुझे देखते हुए, तुमने अपनी सहेली से मेरा Number मंगाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब खामोशी से आमने सामने बैठे थे हम दोनों, और तुमने सुचकुचाते हुए चाय की प्याली को होठों से लगाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब किसी और लड़की से मुझे बात करता देख, तुम्हारी आँखों में जलन का एहसास आया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब Bike के Rear View Mirror में एकटक मेरे देखने से, तुमने शर्मा के अपने आप को छुपाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब तुम्हारी आँखों में डर देख, मैंने उस मनचले को सबक सिखाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब मुश्किल घड़ी में तुझ रोती हुई को, मैंने खामोशी से सीने लगाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
मेरा हाथ छोड़कर जाते वक़्त, जब तेरी बेचैन आँखों में आँसू भर आया था, 
तब भी हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
आज तेरी तस्वीर देखते वक़्त, जब मेरा दिल भर आया था, 
तब भी हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
ये तो सच्चा इश्क़ है, इसमें ये नहीं देखा जाता, किसने क्या खोया क्या पाया था, 
मेरी आँखें बंद होने तक चलता ही रहेगा, 
जो शुरू हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जो शुरू हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार'............... #December#Day07#TrueLove#kharibaatein#SircasticSaurabh#Nojoto#Nojotohindi#poetry#Nojotoshayari#BeautifulLife#
जब तुम्हारा college का पहला दिन था, 
और तुमने घबरा कर हकलाते हुए मुझे ' Good Morning Senior' बुलाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार', 
जब अपने दोस्तों के खिलाफ जा के, मैंने तुम्हे Ragging से बचाया था,
 तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब मुझे लड़ता देख, तुमने नज़रों से गुस्सा जताया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब शर्माती निगाओं से मुझे देखते हुए, तुमने अपनी सहेली से मेरा Number मंगाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब खामोशी से आमने सामने बैठे थे हम दोनों, और तुमने सुचकुचाते हुए चाय की प्याली को होठों से लगाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब किसी और लड़की से मुझे बात करता देख, तुम्हारी आँखों में जलन का एहसास आया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब Bike के Rear View Mirror में एकटक मेरे देखने से, तुमने शर्मा के अपने आप को छुपाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब तुम्हारी आँखों में डर देख, मैंने उस मनचले को सबक सिखाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
जब मुश्किल घड़ी में तुझ रोती हुई को, मैंने खामोशी से सीने लगाया था, 
तब हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
मेरा हाथ छोड़कर जाते वक़्त, जब तेरी बेचैन आँखों में आँसू भर आया था, 
तब भी हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
आज तेरी तस्वीर देखते वक़्त, जब मेरा दिल भर आया था, 
तब भी हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
ये तो सच्चा इश्क़ है, इसमें ये नहीं देखा जाता, किसने क्या खोया क्या पाया था, 
मेरी आँखें बंद होने तक चलता ही रहेगा, 
जो शुरू हुआ था 'आँखों ही आँखों में प्यार',
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