कपड़े क्या बदले मैंने , मैं तो बड़ा इंसान हो गया || देखो की फटे पुराने कपड़े थे जब तक , अपनों का भी था मैं मेहमान हो गया || ✍️ सिद्धि कपड़े क्या बदले मैंने , मैं तो बड़ा इंसान हो गया || देखो की फटे पुराने कपड़े थे जब तक , अपनों का भी था मैं मेहमान हो गया || ✍️ सिद्धि