#याद करू किस्सा उस मुलाक़ात का की मै याद करू किस्सा उस मुलाक़ात का, ज़ब कहा था तुमने,दौड़ी दौड़ी आउंगी जान मेरी, जिक्र होगा ज़ब ज़ब तेरे बिगड़े हालात का, मै याद करू किस्सा उस मुलाक़ात का | भरोसा ही तो था जो टूट गया, कोई अपना ही अपनों से रूठ गया, कोई सजा काट रहा हैँ न्यारी सी हवालात का, की मै याद करू किस्सा उस मुलाक़ात का | ज़ब कहा था दौड़ी दौड़ी आउंगी जान मेरी, जब ज़ब जिक्र होगा तेरे बिगड़े हालात का | पुलिसिया हवालात का जिक्र नहीं यहां, यहां जिक्र हैँ तन्हाई मे बीती रात का,, जिक्र हैँ यहां टूटे सपने, टूटे ख़्यालात का, की मै याद करू किस्सा उस मुलाक़ात का, ज़ब कहा था दौड़ी दौड़ी आउगी जब ज़ब जिक्र होगा बिगड़े तेरे हालात का | कहा गई बाते, कहा गई मुलाक़ात, कहा गए सपने, कहा गई रात,, कारण दो अब लिखकर, मेरे इस दुख और अवसाद का की मै याद करू किस्सा, अपनी पहली मुलाक़ात का, ज़ब कहा था दौड़ी दौड़ी आउंगी, ज़ब ज़ब जिक्र होगा लाडू,बिगड़े तेरे हालात का | ©Rahul pareek(RP) याद करू मै किस्सा उस मुलाक़ात का #Rose