समय है कि ठहरता नहीं जिंदगी है जिसके पास समय ही नहीं हर रात यही सोचकर सोते हैं कल सुबह आँखें खुलेंगी ,ये पता नहीं हर लम्हा जी लो हर ख्वाब पूरे कर लो क्योंकि वक्त कम है कब सुबह हो जाए, ये पता नहीं!! ©Shreya Dikshit #enjoy independently