Nojoto: Largest Storytelling Platform

राहे न रोक मैं भटक जाती हूं, तुझे पाकर भी मैं ख़ु

राहे न रोक 
मैं भटक जाती हूं,
तुझे पाकर भी 
मैं ख़ुद को तन्हा ही पाती हूं
राहे न रोक 
मैं भटक जाती हूं,
तुझे पाकर भी 
मैं ख़ुद को तन्हा ही पाती हूं