बेटा हु मे भी किसी बेटी का,बाप हूँ मे भी किसी बेटे का मेरा भी तुम्हारी ही तरहा इक परिवार है मेरा भी इक छोटा सा संसार है तुम जो मुझे सरहद पर भेज देते हो मेरी शहीद मिटटी को तिरंगे मे लपेट देते हो कुछ दिन पहले शोक मानते हो फिर मेरी दफ़न मिटटी पर सियासी ढोल बजाते हो अब तुम्ही बतादो क्या चाहते हो मुझ सिपाही को क्यों बेवजह सताते हो Respect The Soldier Dil Se Naki Sirf Jubaaan Se #Soldierday