#DearZindagi गज़ल 🌷🌹🥀🌻💐🌺🌷🌹🥀 जिसकी सूरत से आशनाई है। गीत है या गज़ल, रुबाई है। बंद आंखों में अक्स है उसका खोल दूं गर वही समाई है। उसकी आंखों में इश्क का काजल ज़ुल्फ़ में रात की रानाई है। सुर्ख होठों पे प्यार की शबनम पंखुड़ी फूल की नहाई है। गीत गाती है यूं मुहब्बत के सुरमयी बांसुरी बजाई है। कौन कहता है इश्क अंधा है वो मेरी आंख की बीनाई है। आसमानों से ऊंचा कद दिल का 'मीरा' शान-ए-सुखन बढ़ाई है। *** मनजीत शर्मा 'मीरा' जिसकी सूरत से आशनाई है।😘