अगर संघर्ष की आग में मुझे तपना नहीं होता, तो मेरी आंखों में ये चमकता सपना नहीं होता देखकर ज़माने को एक दिन मुझे ये समझ आया की माँ- बाप के शिवा कोई अपना नहीं होता, ©shayar Amar singh'nidhiav' #Searching