उनका वह अकेलेपन में रोने का जिक्र रुमाल से क्या हो गया कमबख्त उनका तो वो आंखों में काजल लगाने का शौक ही खो गया छुपा तो सकती थी वह मेरे से हर एक अफसाने को पर दिल का आईना यह बेवफा चेहरा हो गया गोलू स्वामी KUch unkhai