मेरा ईमान बेचकर तलवारें खरीद लिये मोबाइल हम ने उम्मत कटती रही और हम पोस्ट करते रहे घर के पास की मस्जिद से अज़ान की अवाज़ आ रही थी? और हम फ़ेसबुक पर दुआ मांग रहे थे भेज कर दीनी मेसेज खुद को दीनदार समझते रहे,,,,, गाफिल रहे नमाज से, और ह्दीसे पोस्ट करते रहे,,,,,,, सय्यद भाई copied #quotes #loves #islam #muslim #2linear #status #poetry