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रेत- रेत ही रेत है उसपर यह गर्म हवा, पानी की एक बू

रेत- रेत ही रेत है उसपर यह गर्म हवा, पानी की एक बूंद नहीं शरीर तप के जल रहा, कदम चलते- चलते थिडक रहा गर्म रेत पर सिझ रहा, दूर- दूर कोई वृक्ष नहीं ठंडी छाँव की उम्मीद नहीं । रेत ही रेत है उसपर यह गर्म हवा । #AlvidaJumma
रेत- रेत ही रेत है उसपर यह गर्म हवा, पानी की एक बूंद नहीं शरीर तप के जल रहा, कदम चलते- चलते थिडक रहा गर्म रेत पर सिझ रहा, दूर- दूर कोई वृक्ष नहीं ठंडी छाँव की उम्मीद नहीं । रेत ही रेत है उसपर यह गर्म हवा । #AlvidaJumma