सुनो तुमसे कुछ कहना है.. पहली मुलाकात में.. बात ही बात में ... दिल निकल गया हाथों से... कभी मेरा हुआ करता था...अब उसका हो गया....वो घुल गया साँसों में...मेरे एहसासों में.. हर पल साथ उसके रहना .. दिल को भाने लगा .... रातों को सपनों में वो आने लगा ..अब ख्यालों में भी दूर उससे ..होना है मुश्किल..वो बन गया नसीब...वो बन गया मंजिल.. पहली ही मुलाकात में... बात ही बात में.. वो ले गया मेरा दिल...हाँ ले गया मेरा दिल....!! जो ले गया मेरा दिल वो है मेरी निगाहों में..जानना चाहो तो झांको हमारो आँखों में..!! लेखिका-प्रतिभा द्विवेदी " मुस्कान"© सागर मध्यप्रदेश ( 07 फ़रवरी 2020 ) #Pehli_Mulakkat #पहलीमुलाकात#प्रतिभाउवाच#प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कानकीकलमसे #लव#प्यार#रोमांस#दिल#एहसास लेखिका प्रतिभा द्विवेदी उर्फ मुस्कान© सागर मध्यप्रदेश की पूर्णता स्वरचित मौलिक व प्रमाणिक पंक्तियाँ