सोने की अंगूठी और चैनें पहनकर वो लम्बी गाडियों मे जंगली सूअर की तरह गरीबों के शिकार पर निकल पडते हैं उन्हें कोइ बताए सौ सौ ईंटों को कमर पे लादना क्या होता है उन्हें कोइ दिखाए तपती धूप मे मिलों पैदल चलना क्या होता है नोटों से मखमली जिन्स की जेबे भर वो चमकदार बूट पहने गिद्धों की तरह मजदूरों की खाल नोचने निकल पडते हैं उन्हें कोइ बताए कई रात लगातार खाली पेट सोना क्या होता है उन्हें कोइ दिखाए रोटी के लिए गंद से भरे सिवर मे कूदना क्या होता है चौड़े टायर की चमकदार गाड़ी खरीदकर वो लाखों के सूट पहने मगरमच्छों की तरह मेहनतकशों को निगलने निकल पडते हैं उन्हें कोइ बताए दस दस घण्टे हथौड़ों पर हथेली घिसना क्या होता है उन्हें कोइ दिखाए कच्ची उम्र मे दूर शहर मे एडियां घिसना क्या होता है उन्हें कोइ बताए गरीब होना क्या होता है ©Abhishek Ujjinwal #poem #कलमघसीट #Abhishek_Ujjinwal