मेरे अंदर का बच्चा तू अब किस दुनिया मे रहता है।। इस भाग दौड़ भरी जिंदगी से छुट्टी लेकर.. अपने पुराने संदूक को खोलकर.... अपने बचपन की यादें, फिर से समेट ले।। और एक बार फिर से उन बचपन की गलियों की ओर चल दे। जहां सिर्फ बेफिक्री है ।। #बेफिक्री थी #nojoto #nojotohindi #bachpan #indianwriters #hindipoetry