अल्फ़ाज़ उलझें है दिल के अल्फ़ाज़ मेरे तुम आकर इसे सुलझा दो ना दिनभर के भाग दौड़ से थक गयी हूँ तुम आकर बाहो मे सुला लो ना धड़कनो मे भी डर कुछ धड़क रहा है मेरे तुम आकर सीने से लगा लो ना आजकल तुम्हारा दिल कुछ अलग सा रहने लगा है मुझसे तुम आकर खुद ही सब कुछ बता दो ना ऐसे ही होता रहा ये सब तो कही खो ना जाऊ मै तुम आकर मूझे अपना बना लो ना जान बाबू शोना कुछ अच्छा नही लगता तुम्हे अब तो ठीक है किसी और को अपनी cutypie तुम बना लो ना उलझें है दिल के अल्फ़ाज़ मेरे तुम आकर इसे सुलझा दो ना..!! @Broken♥Love...✍️🏻 #alfaaz @Nea.. ✍️🏻✍️🏻 #NohotoHindi