नामुमकिन सी थीं कुछ कुछ "मैं" भी, मुझे मुक्कमल करने की उसकी जिद् थी...!! नामुमकिन सी थीं कुछ कुछ "मैं" भी, मुझे मुक्कमल करने की उसकी जिद् थी...!! #vichar