लोग हर तरह के हमारे आस-पास होते है
कुछ खाश तो कुछ धोखेबाज होते है
सभी को एक ही नज़रो से ना परखा करो
कुछ लोग अभी भी शहर में बेदाग़ होते है
रंग बदलते है बदलने बाले तो बदलने दो
नशे में अक्सर लोग सीरत से साफ होते है #Shayari#pen#prakashjha#prakashjha_shyari#prakash_jha#prakashjha_gazal