Nojoto: Largest Storytelling Platform

भरे बाजार से अक्सर ख़ाली हाथ ही लौट आता हूँ पहले प

भरे बाजार से अक्सर ख़ाली हाथ ही लौट आता हूँ

पहले पैसे नहीं थे अब ख्वाहिशें नहीं रहीं.. मैं
भरे बाजार से अक्सर ख़ाली हाथ ही लौट आता हूँ

पहले पैसे नहीं थे अब ख्वाहिशें नहीं रहीं.. मैं