जीने का शौक़ नहीं नशे में तू मरता है अपनो का साथ छोड़ धुएं में तू जलता है दिन के चौबीसों घंटे तुझमें रहे wine तेरे लिए तो चरस गांजा और सिगरेट ही divine क्यों नशे के लिए तू करे घर में ही चोरी मां बाप का साथ छोड़ा तोड़ी रिश्तों की नाज़ुक सी डोरी छोड़ दे ये धुआं तेरी नस नस में मिल जाएगा तेरी औकात रूह और असलियत ले उड़ जाएगा जी ले उनके लिए जिन्होंने तेरी मुस्कान पे है जान वारी कैसे चुकाएगा कर्ज उन सिक्कों का जिनसे मां ने तेरी नज़र उतारी । -प्रतीक चोरड़िया ✍️ नशे में उड़ता धुंआ और रूह #Drugs #YouthinDanger #SaveYouth #SayNoToDrugs #SavePeople #Motivation #Writting #Thoughts #MyView #India #PerfectCapture #LoveWritting #21stcentury #नशा #नशेकाआदी #बर्बादी #मेरेविचार #मेरेआदर्श