चहरे पर झुरीया के बावजूद वह दो रोज की रोटी जुटा रही थी। सड़कों पर मुस्कान लिए एक बुढी मां अपने घर का बोझ उठा रही थी। ~~शिवानन्द #रोजीरोटी #घर_का_बोझ YourQuote Didi #hindi #नदान_परिंदा #love #yqbaba #yqdidi