Ink and Pain गरीब वो महल बनाता चला गया खुद के लिए घर ना बना सका कैसे जाए आज उस झोपड़े में जो बारिश में आधा बह गया दो रोटी दिन भर की मेहनत से भी ना कमा पाया वो आज कैसे दुलारे उस नन्हे मासूम को भूख से जो आज फिर सो गया #गरीब #gareeb #poor