ये सोच के हर रोज़ दिमाग खराब कर रहे है हम आखिरकार यहाँ, क्या कर रहे है हम ।। सुबह भी वही-शाम भी वही लोग भी वही-नाम भी वही तो किस जिद्द में जिंदगी बेजार कर रहे हम ख्याल आया उनका जिनके बदौलत हम तब कहि मुस्कुरा के कुछ काम कर रहे है हम #ये सोच के हर रोज़ दिमाग खराब कर रहे है हम...