अल्फ़ाज़ हसरतें थीं कुछ अधूरी सी भी, इल्तज़ा की थी जो जरूरी सी थीं। अल्फ़ाज़ ही बन कर रह गए वो तुम्हारे जज़्बात। अस्क बहते रहे हम सहते रहे। Title:- अल्फाज़ #love #sad #shayari #अल्फ़ाज़ #दर्द