तारे इतने ऊपर आस्मा में टिम टिकटटिमि हुए ये तारे इतने ख़ामोश केसे रहते है ना कहीं आते है ना कहीं जाते हैं बस जहां है वहीं रहते हैं ये तारे बिना बाइक,स्कूटर,कार के केसे रहते है दूरियां बनाए है एक दूसरे से फिर भी एक दूसरे के साथ है पूरे आसमान में फैले हैं,इतने खूबसूरत है कुछ तो इनमें बात है एक दूसरे से बात नहीं करते यह इतने शांत केसे रहते हैं बिना मोबाइल,लैपटॉप, टी वी के केसे रहते है शायद टूट जाते हैं कभी कभी धरती की हालत देख कर देखा जिसको सदियों से हरा भरा है आज उसको बंजर देख कर कैसे रहते हैं #InspireThroughWriting