बेदर्द सा दर्द है दिल में, आंसू होते हुए भी आंसू नहीं है आंखों में, बहुत कुछ कहना चाहती हूं, पर कुछ कह नहीं पा रही हूं, ऐसे तो,दूसरों का दर्द देखा नहीं जाता मुझसे, पर अब खुद के दर्द को छुपाना पड़ रहा है, गलती बरदाश्त नहीं होती, पर खुद के साथ गलत होने दे रही हूं, समझ में नहीं आ रहा है, जिन्दगीं की इन परिस्थितियों से भाग जाऊं या सामना करूं या फिर जो हो रहा है, उसे होने दू।। #Reality_of_life#Sadness #Shobha#Narayan_Markam